This is Sad Love Poetry in hindi Who's Title is "Kash Kambakht tu mujhse mila na hota" this poem has thought about a girl who is wishing may she may He would not have met to her.Hope you will like it do comment and share . Thank you.
तुमसे मिलना ना हुआ होता तो कितना अच्छा होता ना
इन बेहिसाब आंसुओ का काफिला ना होता
दिल में समंदर सी लहरे ना उठती
दिल दर्द से भरा ना होता
काश तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
मैं दर्द भरती हूं जहन में अपने जब सांस लेती हूं,
कोई ख्वाहिश ही नहीं होती जब तुम्हें सोच लेती हूं
ये जो हाल है मेरा इतना बुरा हुआ ना होता
अगर तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
सौ लफ़्ज़ हैं दफन निकलना मुश्किल है
जुबां पर आने से डरते हैं कि इन्हें समझना मुश्किल है
तुमसे जुड़ा हर रास्ता मेरा कि मेरी मंजिल भी तुम ही हो
ये छोड़ जाने की जिद कैसी है तुम्हारी
या तो यूं हुआ होता कुछ तू दूर साथ चला ना होता
मेरा रास्ता भी अधूरा ना होता
गर कम्बख्त तू मुझसे मिला ना होता
बड़ी मुश्किल से सांस आती है जाती है
इतनी मुश्किलों का सामना हुआ ना होता
अगर तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
काश कमबख्त़ तू मुझसे मिला ना होता
इन बेहिसाब आंसुओ का काफिला ना होता
दिल में समंदर सी लहरे ना उठती
दिल दर्द से भरा ना होता
काश तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
मैं दर्द भरती हूं जहन में अपने जब सांस लेती हूं,
कोई ख्वाहिश ही नहीं होती जब तुम्हें सोच लेती हूं
ये जो हाल है मेरा इतना बुरा हुआ ना होता
अगर तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
सौ लफ़्ज़ हैं दफन निकलना मुश्किल है
जुबां पर आने से डरते हैं कि इन्हें समझना मुश्किल है
तुमसे जुड़ा हर रास्ता मेरा कि मेरी मंजिल भी तुम ही हो
ये छोड़ जाने की जिद कैसी है तुम्हारी
या तो यूं हुआ होता कुछ तू दूर साथ चला ना होता
मेरा रास्ता भी अधूरा ना होता
गर कम्बख्त तू मुझसे मिला ना होता
बड़ी मुश्किल से सांस आती है जाती है
इतनी मुश्किलों का सामना हुआ ना होता
अगर तुमसे मेरा मिलना हुआ ना होता
काश कमबख्त़ तू मुझसे मिला ना होता
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Tumase milana na hua hota to kitana achchha hota na
In behisaab aansuo ka kaaphila na hota
Dil mein samandar see lahare na uthatee
Dil dard se bhara na hota
Kaash tumase mera milana hua na hota
Main dard bharatee hoon jahan mein apane
Jab saans letee hoon,
Koee khvaahish hee nahin hotee
Jab tumhen soch letee hoon
Ye jo haal hai mera itana bura hua na hota
Agar tumase mera milana hua na hota
Sau lafz hain dafan nikalana mushkil hai
Ubaan par aane se darate hain
Ki inhen samajhana mushkil hai
Tumase juda har raasta mera
Ki meree manjil bhee tum hee HO
Ye chhod Jaane kee Zid kaisee hai Tumhaare
ya to yoon hua hota
Kuchh too door saath chala na hota
Mera raasta bhee adhoora na hota
Gar kambakht too mujhase mila na hota
Badee mushkil se saans aatee hai jaatee hai
Itanee mushkilon ka saamana hua na hota
Agar tumase mera milana hua na hota
Kaash kamabakht tu Mujhase mila na hota
ya to yoon hua hota
Kuchh too door saath chala na hota
Mera raasta bhee adhoora na hota
Gar kambakht too mujhase mila na hota
Badee mushkil se saans aatee hai jaatee hai
Itanee mushkilon ka saamana hua na hota
Agar tumase mera milana hua na hota
Kaash kamabakht tu Mujhase mila na hota
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1 Comments
Waahhh heart touching
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